Farmers protest क्या है: in 2024 आखिर क्यों बार-बार हो रहा है किसानों का आंदोलन, जानिए क्या है डिमांड? सब कुछ

Farmers protest क्या है: in 2024 आखिर क्यों बार-बार हो रहा है किसानों का आंदोलन, जानिए क्या है डिमांड? : भारत में किसान आंदोलन एक अहम विषय बन गया है। जिसे अपने देशभर के लोग गहराई से महसूस कर रहे हैं। और जहा तहाँ बस (Farmers protest) किसान आंदोलन की बात हो रही है। हम सभी के लिए यह समझना जरूरी है कि ये आंदोलन बार-बार क्यों हो रहे हैं और किसानों की मुख्य मांगें क्या हैं। आज हम आपको इस लेख में (Farmer protest) किसान आंदोलन के बारे में सारी जानकारी देने वाले है।

Farmers protest in 2024

किसान आंदोलन 2024: आईए जानते हैं 2024 में किसान आंदोलन के बारे में, किसानों ने 16 फरवरी 2024 को ग्रामीण भारत बंद का ऐलान किया है। संयुक्त किसान मोर्चा ने इस संबंध में दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके मुताबिक, सब्जियों और अन्य फसलों की सप्लाई और खरीद बंद रहेगी।

न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी समेत कई मुद्दों पर किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया है। जैसे की किसानों का आंदोलन हिंसक रूप ले चुका है। और पंजाब के किसानों ने रेलवे ट्रैक जाम कर दिया, जिसके कारण चार ट्रेनें भी रद्द कर दी गईं।

और किसानों ने रेलवे ट्रैक और हाईवे जाम कर दिया और पंजाब से दिल्ली जाने के लिए संघर्ष किया। और जैसे की पंजाब के हजारों किसान विरोध करने के लिए दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं। राज्य के किसान संगठनों ने दिल्ली चलो का आव्हान किया है। यह विरोध न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी को लेकर हो रहा है।

किसान आंदोलन को लेकर पंजाब और हरियाणा सरकार के बीच भी जंग छिड़ गई है। हरियाणा के अतिरिक्त महाधिवक्ता दीपक सभरवाल ने कोर्ट को बताया है कि प्रदर्शनकारी 4 हजार से ज्यादा संशोधित ट्रैक्टर-ट्रेलर लेकर निकले हैं। इसी वजह से सरकार ने ये कदम उठाया था। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसान आंदोलन को लेकर कहा है कि हम उनके दिल्ली जाने के खिलाफ नहीं हैं।

क्या है किसानों की मांग?

किसानों के प्रदर्शन की मुख्य मांग है। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी के लिए एक कानून बनाया जाए। और एमएसपी वह निश्चित मूल्य है। जिस पर केंद्र और राज्य सरकारें और उनकी एजेंसियां किसानों से खाद्यान्न खरीदती हैं। रिपोर्ट के अनुसार फसलों की कीमत निर्धरित करने सहित अन्य मांगे इस प्रकार हे।

  • बिजली की दरों में रियायत
  • कर्ज माफ़ी
  • विश्व व्यापार संगठन से बाहर निकलना
  • सभी मुक्त व्यापार समझौतों पर प्रतिबंध लगाना
  • किसानों और खेतिहर मज़दूरों को पेंशन देने का ऐलान हो।
  • मनरेगा के तहत प्रतिवर्ष 200 दिन का रोज़गार और 700 रुपये की दैनिक मज़दूरी प्रदान करना।
  • बिजली संशोधन विधेयक 2020 को ख़त्म करना।

Farmers protest क्या है

Farmers protest क्या है
Farmers protest क्या है

Farmers protest एक आंदोलन है। जो भारत में किसानों द्वारा चलाया जा रहा है। यह आंदोलन मुख्य रूप से भारत सरकार के कृषि से संबंधित कुछ कानूनों के खिलाफ है, जिसका किसान अब विरोध कर रहे हैं।

2020–2021 में, भारत सरकार ने पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, छतीसगढ़ और करीब पूरे देश के किसानों द्वारा मुख्य रूप से 2020–2021 में कुछ कृषि-सम्बद्ध कानून पारित किए जिनका उद्देश्य कृषि क्षेत्र में सुधार लाना था। हालाँकि, कुछ किसान संगठन और किसान नेता इन कानूनों का विरोध करते हैं और मानते हैं कि ये किसानों के अधिकारों को कम करेगा और उन्हें नुकसान पहुंचाएंगे

किसानों का दावा है कि ये कानून उन्हें बड़ी कंपनियों के साथ व्यापार करने के लिए मजबूर कर रहा हैं। और मंडी व्यवस्था को कमजोर कर रहा है। उनका मानना है कि इससे किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार नहीं होगा और उन्हें अधिक नुकसान होगा।

इस आंदोलन के दौरान किसान संगठनों और किसानों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन, रैलियां और धरने किए हैं ताकि उनकी आवाज सुनी जाए और सरकार उनकी मांगों पर ध्यान दे।

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मेरा नाम रितेश राजपूत है. मैं एक डिजिटल कंटेंट राइटर, क्रिएटर हूं। मैं पिछले दो वर्षो से लोगों को टेक्नोलॉजी, करियर, खेलकूद जैसे विषयों पर सरल भाषा में जानकारी उपलब्ध करा रहा हूं।

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